रूलक संस्था के वर्कर्स ने संस्थाध्यक्ष कौशल पर लगाया शोषण का आरोप !!!

देहरादून। रूलक संस्था के कर्मचारियों ने संस्था के अध्यक्ष अवधेश कौशल के खिलाफ शोषण और नौकरों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कर्मचारियों का कहना है कि संस्था को मुकाम तक पहुंचाने में उन्होंने अपने जीवन के बहुकीमती साल लगा दिए लेकिन आज अपने हक की लड़ाई के लिए उन्हें कोर्ट की शरण में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
गुरूवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान रूलक संस्था की डाॅ. प्रिया जाड़ू ने कहा कि रूलक संस्था में पच्चीस वर्षो से कार्य कर रहे संस्था के कर्मचारियों को जबरन डरा धमाकर संस्था से बाहर निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि संस्था की विभिन्न परियोजनाओं में कार्य कर चुके बेहद अनुभवी कर्मचारियों को अध्यक्ष अवधेश कौशल ने भारत सरकार की एक परियोजना में संलग्न किया हुआ था। अब परियोजना के समाप्त हो जाने पर वह उन कर्मचारियों को घर का रास्ता दिखा रहे हैं। कर्मचारियों द्वारा अपनी ग्रैच्युटी और अन्य लाभों की मांग किए जाने पर वह देख लेने की धमकी देने पर उतारू हैं।
डाॅ. जाडू ने यह भी कहा कि संस्था धीरे-धीरे बंदी के कगार पर है क्योकि वायोवृद्व कौशल ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में किसी को भी नहीं पनपने दिया, दो मूढे और एक दरी से शुरू हुई यह संस्था किराए के एक कमरे निकल कर करोडों रूपये की संपत्ति की मालिक बन गई और लोगों ने उसे बनाया वे बेआबरू करके निकाले जा रहे हैं ताकि उनका परिवार इस संपत्ति को हड़प सकें।
उन्होंने कहा कि हमारी लडाई कानूनी तौर से कर्मचारियों को नियमनुसार ग्रेच्यूटी फण्ड, ग्रुप इन्श्योरेंश आदि दिए जाने को लेकर है। संस्था की विभिन्न परियोजनाओं में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्होंने सोशल आॅडिट करवाए जाने की मांग भी की है।