पुरोला बाजार में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान : कुछ ने सराहा तो कुछ ने लगाया शोषण का आरोप
कुलदीप शाह/पुरोला। हाइकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत प्रशासन की टीम ने मुख्य बाजार व कुमोला रोड पर अतिक्रमण हटाया। इस दौरान प्रशासन को कई स्थानों पर अतिक्रमण के विरोध का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों व व्यापारियों के एक धड़े ने अतिक्रमण अभियान को सराहा तो वहीं दूसरे धड़े ने प्रशासन पर अतिक्रमण के नाम पर भेदभाव और मिलीभगत का आरोप लगाया।
पुरोला में पालिका-प्रशासन की टीम ने शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया। जिसके तहत मुख्य बाजार और कुमोला रोड तक अतिक्रमण हटाये गये। नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले इन क्षेत्रों में आये दिन जाम लगने से स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ती थी। हालात इस कदर खराब हो गए थे कि कई घंटों तक स्कूली बच्चे और एम्बुलेंस जाम में फंसे रहते थे। अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में प्रशासन की स्थानीय लोगों की बैठक भी की थी। कार्रवाई के दौरान प्रशासन की टीम को व्यापारियों ने समर्थन दिया तो वहीं कुछ व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने में भेदभाव का आरोप भी लगाया गया।
व्यापार मण्डल एवं नवक्रान्ति सामाजिक संगठन के संयोजक गजेंद्र चौहान, दिनेश उनियाल, जयवीर कैंतुरा, लोकेश बडोनी, लोकेंद्र कंडियाल आदि अतिक्रमण हटाने का समर्थन करते हुये मुख्य बाजार के अलावा अन्य गलियों में भी अतिक्रमण हटाने की बात कही ।
अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासन की टीम में एसडीएम पूरण सिंह राणा के साथ नगर पंचायत, लो.नि.वि. के मुलाजिमों सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे।