महिलाओं के अधिकारों को लेकर सरकार संकल्पबद्ध : नायडू
सूचना और प्रसारण मंत्री वैंकेया नायडू ने फिल्मों में महिलाओं की भूमिका को घिसेपिटे और पारंपरिक रूप से दिखाने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि देश के विकास में महिलाओं की भूमिका को परिभाषित करने के तीन महत्वपूर्ण तत्व हैं, महिला सशक्तिकरण, मुक्ति तथा समानता। सरकार विभिन्न उपायों के जरिए महिलाओं और लड़कियों के लिए समान अधिकार और अवसर उपलब्ध कराने के प्रति संकल्पबद्ध है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने वैंकेया नायडू तेजस्विनी धरावाहिक की 100वीं कड़ी पूरी होने पर दूरदर्शन समाचार द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
नायडू ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां साझा करते हुए कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का उद्देश्य व्यवहार में परिवर्तन लाना और महिलाओें की भूमिका के बारे में लोगों की सोच को बदलना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात के माध्यम से लाँच किया गया ‘‘सेल्फी विद डॉटर्स’’ अभियान पूरे विश्व भर में फैला और यह पूरी दुनिया के टॉप 5 ट्रेंड में रहा है।
नायडू ने इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों से अपनी पहचान बनाने वाली 14 महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में भारतीय महिलाओं की भूमिका और उनका योगदान देखा जा सकता है। देश की महिलाएं बैंकर, अंतरिक्ष वैज्ञानिक, पुलिस तथा कॉरपोरेट पेशे में महत्वपूर्ण नेतृत्व निभा रही हैं। सॉप्टवेयर उद्योग का 30 प्रतिशत कार्यबल महिलाओं का है। बैडमिंटन में पीवी सिंधू, कुश्ती में साक्षी मलिक और मुक्केबाजी में मैरी कॉम ने पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है। यहां तक की वर्तमान सरकार में महिला सहयोगी, विदेश मंत्रालय, वाणिज्य तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को नेतृत्व प्रदान कर रही है।
महिलाओं के असाधारण प्रयासों की चर्चा करते हुए नायडू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 105 वर्षीय कुँवर बाई के जोश की कहानी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। स्वच्छ भारत अभियान के शुभंकर के रूप में प्रधानमंत्री ने हाल में उनका सम्मान किया। कार्यक्रम के अंत में नायडू ने प्रसार भारती से बालिकाओं, किशोरियों और महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह भी किया।
इन्हें किया सम्मानित :-
1. सुश्री दीपा मलिक, पैरालम्पिक 2017 रजत पदक विजेता
2. सुश्री सुनीता चौधरी, दिल्ली की पहली ऑटो रिक्शा चालक
3. सुश्री गीतांजली बब्बर, सेक्स वर्कर्स के लिए सामाजिक कार्यकर्ता
4. सुश्री अर्चना रामसुंदरम, अर्द्धसैनिक विंग की पहली महिला प्रमुख
5. पंडिता अनुराध पाल, विश्व की पहली महिला पेशेवर तबला वादक
6. डॉ सोनल मानसिंह, भरतनाट्यम कलाकार
7. सुश्री उषा चोमर, स्वच्छता एम्बेसेडर
8. सुश्री प्रतिष्ठा सारस्वत, योगाचार्य
9. विंग कमांडर पूजा ठाकुर
10 सुश्री प्रज्ञा घिंडयाल, दिव्यांगता के साथ सर्वश्रेष्ठ खेल व्यक्तित्व
11. सुश्री रूपा, एसिड हमले से सुरक्षित बचीं
12. सुश्री मधु, एसिड हमले से सुरक्षित बचीं
13. सुश्री नीतू, एसिड हमले से सुरक्षित बचीं
14. सुश्री संतोष यादव, पर्वतारोही
Key Words : women rights, awards, committed, government