गिनीज बुक में दर्ज होगी ढोल-दमाऊं वादन कला !
हरिद्वार। उत्तराखंड की लोक परंपराओ की पहचान में शुमार ढोल-दमाऊं के संरक्षण में जुटे कलाकारों और बुद्धिजीवियों का कुंभ हरिद्वार स्थित प्रेमनगर आश्रम में शुरू हो गया है। 10 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की ढोल-दमाऊं वादन कला को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने का प्रयास किया जाएगा।
रविवार को आयोजन में प्रदेश से आये करीब एक हजार पांच सौ ढोल वादक अपनी प्रस्तुति दी। जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नेतृत्व में होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारीयां इन दिनों जोरो पर चल रही हैं। 10 अगस्त को हरिद्वार के प्रेम नगर आश्रम में 1500 ढोल वादक एक साथ अपनी प्रस्तुति देगें। जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नेतृत्व में हो रहे इस कार्यक्रम को उत्तराखंड संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित किया जा रहा है। संस्कृति विभाग इस प्रस्तुति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए प्रयासरत है।
Key Words : Uttarakhand, Haridwar, Guinness Book, Dhol-Dmaun playing, Culture Department