न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की शपथ ली
नई दिल्ली। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने आज सोमवार को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में सुप्रीम कोर्ट के 45वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ ग्रहण की। न्यायमूर्ति मिश्रा ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के समक्ष पद की शपथ ली।न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर का कार्यकाल पूरा होने के बाद पदभार ग्रहण किया। श्री मिश्रा का कार्यकाल 14 महीने का होगा और अक्टूबर 2014 तक वह इस पद पर बने रहेंगे।
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने 14 फरवरी 1977 को एक वकील के रूप में अपने कॅरियर की शुरूआत की थी। उन्होंने उड़ीसा हाईकोर्ट में और सेवा ट्रिब्यूनल में संवैधानिक, सिविल, आपराधिक, राजस्व, सेवा और बिक्री कर मामलों को देखा और न्याय किया। 1996 में न्यायमूर्ति मिश्रा को उड़ीसा उच्च न्यायालय के अतरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। जिसके बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में भी उन्होंने पदभार संभाला। 1997 में न्यायमूर्ति मिश्रा को स्थायी न्यायाधीश बनने का अवसर प्राप्त हुआ। 2009 में उन्होंने मुख्य न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय का पदभार संभाला और अगले ही वर्ष उनकी नियुक्ति दिल्ली उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के रूप में हुई। न्यायाधीश दीपक मिश्रा को निर्भया के हत्यारों को दी गई मौत की सजा को कायम रखने के लिए भी जाना जाता है।
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