उत्तराखंड

लोकगीतों व पर्वों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश : सीएम

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को राज्य भर में मनाये जा रहे हरेला पर्व के अवसर पर राज्यवासियों से अपील की है कि हरियाली के पर्व हरेला पर राज्य का प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ‘‘एक व्यक्ति एक वृक्ष’’ का नारा देते हुए रविवार को बीएसएफ इंस्टिट्यूट डोईवाला में आयोजित हरेला पर्व 2017 का शुभारंभ किया। हरेला पर्व का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सहित कैबिनेट के अन्य मंत्रियों तथा विधायक गणों ने बीएसएफ इंस्टिट्यूट परिसर में हरण, अमर लता, आवला तथा तेजपात जैसे विभिन्न औषधीय महत्व के पौधों का रोपण किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हमारे लोकगीत तथा पर्व भी प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं तथा हमें जीवन कैसे जीना चाहिए इसका मार्गदर्शन भी करते हैं।

राज्यवासियों को हरेला पर्व और संग्राद की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि वन विभाग ने इस बरसात में राज्य भर में 50 लाख पौधरोपण का लक्ष्य रखा है। विभागों, संगठनों और संस्थाओं ने भी इतनी ही संख्या में पौधों का रोपण राज्य भर लगाने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हरियाली के पर्व हरेला पर हम सभी को वृक्षारोपण का संकल्प लेना होगा हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि एक वृक्ष 10 पुत्रों के समान होता है। प्राचीन काल से ही भारतीय सभ्यता में वृक्षों की रक्षा की परंपरा रही है हमारी परंपरा में पीपल वृक्ष को पूजनीय तथा चिरंजीवी माना जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा की हरेला हरियाली तथा ऋतुओं का पर्व है हमें प्रकृति संरक्षण व प्रेम की अपनी संस्कृति, परंपराओं तथा उत्सवों को बनाए रखना होगा। है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के हरेला पर्व की थीम वृक्षारोपण के साथ नदियों का पुनर्जीवन तथा संरक्षण भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में एक नदी, धारा, गदेरा चिन्हित किया गया है जिसे पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जाएंगे।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, वन मंत्री हरक सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने भी संबोधित किया।

Key Words : Uttarakhand, Dehradun, Harela, BSF Institute, Plantation

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