रुद्रप्रयाग में गीतों के माध्यम से दिया पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश-सैकड़ों पौधे रोपे
डीबीएल संवाददाता/रुद्रप्रयाग। विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के ग्राम कोठगी में उद्यान एवं वन विभाग के सौजन्य से आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में अलकनंदा के किनारों पर हरित पट्टी बनाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, पर्यावरणविद् चण्डी प्रसाद भट्ट सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने गांव की बंजर भूमि में तेजपात, अखरोट, आवंला, हरड़, बहड एवं बरगद के पौधों का रोपण किया। साथ ही महिलाओं ने झूमेलो व चैफुला गीतों द्वारा वृक्षों की महत्ता और उनके संरक्षण का संदेश दिया।
कोठगी में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने कहा कि इस क्षेत्र में तेजपात और त्रिफला वन को विकसित करने का कार्यक्रम बहुत उत्साहवर्द्धक है और इसमें जिला प्रशासन पूरा सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को इस वनीकरण क्षेत्र में पानी व घेरबाड़ की व्यवस्था के निर्देश दिए और ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। प्रख्यात पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि गंगा को स्वच्छ और सदानीरा बनाये रखने के लिए उसकी सहायक नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों को हरित पट्टी के रूप में विकसित करना होगा और इसके लिए तटवर्ती गांवों के निवासियों को लोक कार्यक्रम बनाकर उससे जोड़ना होगा। जनपद के अलकनंदा के तटवर्ती गांव कोठगी में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल श्री भट्ट ने इसके आयोजक शिक्षक सतेंद्र भंडारी और महिला मंगल दल कोठगी की प्रशंसा करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल से अनुरोध किया कि नमामि गंगे कार्यक्रम में नदियों के तटों को हरित पट्टी के रूप में विकसित करने का कार्य भी शामिल किया जाय।
समाजिक सरोकारों से जुड़े रमेश पहाड़ी ने रोपे गए पौधों की सुरक्षा और उन्हें पानी देने की समुचित व्यवस्था की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में प्रधान कोठगी सविता भण्डारी, मदोला वीरेन्द्र सिंह नेगी, छिनका मनोज भण्डारी, महिल मंगल दल की अध्यक्ष प्रभादेवी भण्डारी, सीपी भट्ट, पर्यावरण विकास केंद्र गोपेश्वर के मुख्य न्यासी ओम प्रकाश भट्ट, सचिव मंगला कोठियाल, जिला उद्यान अधिकारी, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, वन विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय जनता व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्साह के साथ अपनी भागीदारी निभाई।