कल्जीखाल के द्यूसा में शिक्षक नहीं, एक हफ्ते बाद खुला स्कूल
लापरवाही….
पौड़ी। एक ओर जहां उत्तराखंड का शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाए जाने को लेकर कई तरह के जतन कर रहा है वहीं पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लाक का प्राथमिक स्कूल द्यूसा शिक्षक नहीं होने के चलते करीब एक हफ्ते से बंद था। शिक्षकों की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीआरसी घंडियाल को स्वयं विद्यालय खोलने द्यूसा जाना पड़ा।
दरअसल, द्यूसा स्कूल के शिक्षक का संबद्धीकरण समाप्त होने के बाद भी वह उत्तरकाशी में ही डटे हुए हैं। एक शिक्षिका का शिक्षा विभाग तक को संज्ञान नहीं है, जिसे व्यवस्था पर भेजने के आदेश हुए वह मेडिकल पर चली गई हैं। अपर शिक्षा निदेशक बेसिक एसपी खाली ने कहा कि उत्तरकाशी संबद्ध शिक्षक को तत्काल अपने मूल विद्यालय में उपस्थिति देने के आदेश हुए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक उत्तरकाशी ने अगर शिक्षक को कार्यमुक्त नहीं किया है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सात दिन बाद सीआरसी घंडियाल नवीन भट्ट ने स्वयं स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाई करवाई।
सूत्रों का कहना है कि स्कूल के शिक्षक लोकेश प्रसाद को करीब एक साल पहले विभाग ने उत्तरकाशी में संबद्ध किया गया था, लेकिन हाल ही में शिक्षा विभाग में संबद्धीकरण की प्रक्रिया को शासन ने समाप्त कर दिया है। वहीं उक्त स्कूल में शिक्षा मित्र से व्यवस्था के आधार पर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त शिक्षिका भी छुट्टी की अर्जी थमा कर कई दिनों से विद्यालय से अनुपस्थित चल रही हैं। प्राथमिक विद्यालय बड़कोट से जिस शिक्षिका को व्यवस्था पर भेजने के निर्देश हुए वह बीते सोमवार से मेडिकल लीव पर है। शिक्षा विभाग को जब कुछ नहीं सूझा तो सीआरसी घंडियाल को स्वयं विद्यालय खोलने द्यूसा जाना पड़ा। हैरान करने वाली बात यह है कि शिक्षा विभाग के आला अफसरों के संज्ञान में मामले की पूरी जानकारी होने के बावजूद वे हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
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