जयकारों के साथ खुले तुंगनाथ के कपाट
डीबीएल संवाददाता/रुद्रप्रयाग। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुँचने पर तुंगनाथ पुरी जय भोले के उदघोषों से गंुजायमान हो उठी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने मुख्य मन्दिर की तीन परिक्रमा करने के बाद भगवान तुंगनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये हैं।
शुक्रवार को बह्म बेला पर चोपता में भूतनाथ मन्दिर में भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली व साथ चल रहे अनेक देवी देवताओं के निशाणों की विशेष पूजा अर्चना कर आरती उतारी तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए अपने धाम को रवाना हुई। चोपता के व्यापारियों व देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौतिया मांगी। ठीक नौ बजे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने धाम के लिए रवाना हुई। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली सुरम्य मखमली बुग्यालो में नृत्य करते हुए तथा यात्रा पडावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए ठीक 12 बजे धाम पहुंची।
कपाट खुलते ही भगवान तुंगनाथ के स्वयभू लिंग से चन्दन, पुष्प श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप वितरित किये गये तथा मठापति राम प्रसाद मैठाणी द्वारा भगवान तुंगनाथ का दान करने के बाद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने तुगनाथ धाम पहुँच कर पुण्य अर्जित किया। इस मौके पर हरिद्वार सांसद डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक, प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित, कमल रावत, महेन्द्र रावत, नरेन्द्र सिंह नेगी, ममता कुंवर, कैलाश मैठाणी, ऋर्षि सेमवाल, आशीष मैठाणी, मोहन प्रसाद मैठाणी, अनिल पुरोहित, लक्ष्मण सिंह चैहान, रवीन्द्र मैठाणी, प्रियांशु मैठाणी सहित देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।