रुद्रप्रयाग में एससी-एसटी ऐक्ट अध्यादेश के विरोध में निकाला मशाल जुलूस
रुद्रप्रयाग। एससी-एसटी ऐक्ट में केन्द्र सरकार द्वारा किए गये संशोधन से नाराज सवर्ण जाति के आम जनों ने मशाल जुलूस निकाल कर अपना विरोध प्रकट किया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बृहस्पतिवार सांय सात बजे व्यापारी, कर्मचारी एवं आम जन सैकड़ों की संख्या में विजयनगर पुल के पास जमा हुए। जहां से जुलूस की शक्ल में विजयनगर, अगस्त्यमुनि होते हुए थाने तक गये और वापस रामलीला मैदान में आकर जुलूस का समापन किया।
इस दौरान केन्द्र सरकार एवं सामान्य वर्ग के विधायकों एवं सांसदों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जातिगत आरक्षण के खिलाफ पहली बार सामान्य वर्ग की इतनी भीड़ नजर आई। हांलाकि जुलूस का नेतृत्व किसी संगठन की ओर से नहीं किया गया, केवल सोशल मीडिया पर ही इसका प्रचार प्रसार किया गया था, इसके बावजूद लोग अपने आप ही आवाज बुलंद करने सड़क पर उतर गए। मशाल जुलूस में विक्रम झिंक्वाण, कालीचरण रावत, दलेब सिंह राणा, पृथ्वीपाल रावत, राजेन्द्र भण्डारी, हर्षवर्धन रावत, चन्द्र सिंह रावत, मनोज रौथाण, महादेव मैठाणी, माधुरी नेगी, सतेश्वरी रौथाण सहित सैकड़ों लोग थे।
वहीं रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में भी सवर्ण जाति के लोगों ने न्यू मार्केट से गुलाबराय तक मशाल जुलूस निकालकर केन्द्र सरकार के फैसले का विरोध किया। इस दौरान गुजर रहे विधायक भरत सिंह चौधरी से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के चलते सवर्ग वर्ग के लोग पिछड़ते जा रहे हैं। सभी धर्म जाति को समानता मिलनी जरूरी है। आरक्षण के चलते सवर्ग जाति के लोगों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूंजी-पतियों के हाथों बिकी हुई सरकार को सवर्ग जाति के लोगों से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। इस मौके पर राकेश मोहन, सच्चिदानंद सेमवाल, प्रवीन सेमवाल, सुनीत चौधरी, दीपांशु भट्ट, विक्रांत खन्ना, दिनेश बिष्ट, संजय सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में सवर्ग जाति के लोग मौजूद थे।