प्रदेश में अखरोट की खेती के प्रोत्साहन को बनेंगे मॉडल फार्म
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अखरोट की खेती की अत्यधिक सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कागजी अखरोट को प्रोत्साहन दिया जाए। इसके लिये दो मॉडल फार्म विकसित किये जाएं। इन फार्म्स को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तर्ज पर विकसित किया जाए। इसमें प्रशिक्षित लोगों को जोड़ा जाए। इन फार्म के विकसित होने के उपरान्त अन्य स्थानों पर ऐसे फार्म विकसित किये जाने चाहिएं।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि वॉलनट एवं अदर फ्रूट ग्रोवर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुभव का लाभ लेते हुए इसमें किसानों को अखरोट की अच्छी प्रजातियों के कलमी पौधे उपलब्ध कराये जाएं। किसानों एवं ग्रामीणों को अखरोटकी खेती के लिये प्रोत्साहित करने के लिये प्रचार-प्रसार किया जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में खेती के लिये पानी की व्यवस्था रेन वाटर हार्वेस्टिंग से किया जाना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि किसानों को दी जाने वाली पौध की गुणवत्ता में कोई कमी न हो, इसके लिये विभाग को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। मुख्यमंत्री रावत ने इसके लिये एक्ट तैयार करने की बात भी कही। अखरोट को आर्थिकी के लिए फायदेमंद बताते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अखरोट की खेती को हमें अपनी प्राथमिकता में रखना होगा।
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