उत्तराखंड

यूजेवीएनएल की परियोजनाओं ने बिजली उत्पादन में बनाए नए कीर्तिमान

देहरादून। बिजली उत्पादन के नजरिए से वित्तीय वर्ष 2017-18 का फरवरी माह उत्तराखंड जल विद्युत निगम यूजेवीएनएल के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ है। निगम की मनेरीभाली एवं गगोली जल विद्युत परियोजनाओं ने बिजली का रिकार्ड उत्पादन कर अपनी बेहतरीन कार्यशैली की मिसाल पेश की है। यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक एसएन वर्मा ने इन उपलब्धियों पर खुशी जताते हुए संस्थान के समस्त कार्मिकों को इसका श्रेय दिया है।

निगम के जनसंपर्क अधिकारी विमल डबराल से मिली जानकारी के अनुसार निगम की ही 100 वर्षां से भी अधिक पुरानी गलोगी जल विद्युत परियोजना से फरवरी 2018 में 0.5727 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया गया जो कि इस परियोजना का निगम एवं राज्य की स्थापना के बाद से अब तक का किसी भी वर्ष के फरवरी माह का अधिकतम उत्पादन है। इससे पूर्व वर्ष 2000 के बाद का फरवरी माह का अधिकतम उत्पादन 0.5292 मिलियन यूनिट था जो कि वर्ष 2014 में किया गया था।

दून-मसूरी मार्ग पर स्थित है गलोगी पॉवर हाउस :

देहरादून मसूरी मार्ग पर भट्टा फाल के पास स्थित 3.00 मेगावाट क्षमता की गलोगी जल विद्युत परियोजना की स्थापना आजादी से भी कई दशक पूर्व सन् 1907 में हुई थी तथा जब दिल्ली जैसे बड़े शहरों में बिजली नहीं होती थी तब गलोगी परियोजना के सहयोग से पहाड़ो की रानी मसूरी बिजली के बल्बों से रोशन रहती थी। आज भी गलोगी जल विद्युत परियोजना को भारत की सबसे पुरानी उत्पादनरत जल विद्युत परियोजना होने का गौरव प्राप्त है। इस परियोजना की मशीनें इंग्लैंड से पानी के जहाजों में मंगाई गई थी। प्रारंभ में इस परियोजना की क्षमता 1 मेगावाट थी जो कि कालांतर में बढ़ाकर 3.00 मेगावाट कर दी गई।

तिलोथ पॉवर हाउस ने समय से पहले पूरा किया लक्ष्य :

उत्तरकाशी जिले में भागीरथी नदी पर स्थित निगम की 90 मेगावाट की मनेरी भाली प्रथम जल विद्युत परियोजना के तिलोथ पॉवर हाउस द्वारा निर्धारित वित्तीय वर्ष का लक्ष्य समय पूर्व ही प्राप्त कर लिया गया है।

Key Words : Uttrakhand, Dehradun, UJVNL, Power Generation, New Record

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