पंचायतीराज विभाग उत्तराखंड – अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये प्रदेश के पंचायत जनप्रतिनिधियों को करेंगे अपडेट
देहरादून। सूबे के पंचायतीराज विभाग द्वारा तीन दिवसीय अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये प्रदेश के 300 पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं कार्मिकों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जीपीडीपी एवं नगद रहित लेन-देन की जानकारी दी जायेगी।
पंचायतराज विभाग के सयुंक्त निदेशक डीपी देवराड़ी ने बताया कि 29 जनवरी से शुरू किए जा रहे तीन दिवसीय अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रथम दिवस ग्राम पंचायतों के लिए उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नीति 2017, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन पर व्याख्यान दिया जायेगा।
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस में प्रतिभागियों के चार समूह बनाकर देहरादून जिले की ग्राम पंचायतों पाववाला सौडा, रानीपोखरीग्रान्ट, कारवारीग्रान्ट एवं केदारवाला में शैक्षणिक भ्रमण किया जायेगा। जिसमें ग्राम पंचायत के कार्यो में जनसहभागियों, महिला एवं बाल विकास से सम्बन्धित बिन्दुओं, ओएसआर, पंचायतों में आडिट, ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन, नकद रहित लेन-देन पर किये गये कार्यों एवं भावी रणनीति, खाद्यान वितरण प्रणाली, आशा, आंगनवाड़ी, ग्राम पंचायत द्वारा दी जा रही सेवाओं आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की जायेगी। साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन, नकद रहित लेन-देन एवं जीपीडीपी विषय पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जानकारी दी जायेगी। ग्राम पंचायतों में शैक्षणिक भ्रमण हेतु दलां का निर्माण इस प्रकार किया जायेगा कि प्रत्येक जनपद का प्रतिनिधि चारों पंचायतों में प्रतिभाग कर सकें। उन्होंने बताया कि इससे सीख अधिक होगी और ग्राम पंचायत विजन विकास करने में सहयोग मिलेगा।
अभिनव प्रशिक्षण के तृतीय दिवस उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली 2017, जीएसटी, ग्राम पंचायतों में ऑन लाइन सेवाओं एवं ओएसआर पर जानकारी देने के साथ ही ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के अनुभवों का अदान-प्रदान किया जायेगा। इस अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक विकास खण्ड से दो ग्राम प्रधानों, एक ग्राम पंचायत अधिकारी एवं पंचायतराज विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
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