सर्दी का प्रकोप : केदारनाथ में बर्फ बना मंदाकिनी और सरस्वती नदियों का पानी

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी के बाद ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। प्रदेश के ऊंचाई वाले स्थानों पर तापमान गिरने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ क्षेत्र की बात करें तो रात के समय तो यहां का तापमान -12 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य भी ठप हो गया है।
सर्दी के बढ़ते प्रकोप और मौसम के बदलते मिजाज के बाद केदारनाथ में बर्फबारी का कहर जारी है। हाल ही में केदारनाथ में हुई तीन फीट बर्फबारी से यहां चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य बंद हो गये हैं। हाड़कपाती ठंड से बचने के लिए यहां कार्य कर रहे कुछ मजदूर भी सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसा रात के समय केदारनाथ का तापमान -10 से -12 डिग्री सेल्सियस हो जा रहा है। केदारनाथ धाम चारों ओर से बर्फ से ढक चुका है। बाबा केदार के मंदिर का निचला हिस्सा भी बर्फबारी से सफेद नजर आ रहा है। केदारनाथ से लेकर रामबाड़ा तक के आवाजाही के सभी पैदल रास्ते बर्फ से ढके हुए हैं। केदारनाथ में पीने के पानी की उपलब्धता भी समाप्त हो गई है। यहां से बहने वाली सरस्वती और मंदाकिनी नदियों का पानी भी जम गया है। पुनर्निर्माण कार्य में लगी सभी मशीने भी बर्फबारी के बाद जम गई हैं।
केदारनाथ में निम के पुनर्निर्माण कार्यों के इंचार्ज हवलदार देवेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि बर्फबारी के बाद कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मशीनों के इंजन जाम हो गये हैं। इंजन के नीचे आग लगाकर मशीनों को सुचारू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारी ठंड होने के बाद भी पुनर्निर्माण कार्य जारी है।
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