उत्तराखंड

बीज प्रौद्योगिकी पौधरोपण कार्यक्रम का अभिन्न अंग – डॉ. सविता

देहरादून। वन अनुसंधान संस्थान देहरादून के संवर्धन प्रभाग द्वारा उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा राज्य वन विभाग के कार्मिकों के लिए चार दिवसीय ’बीज प्रौद्योगिकी’ पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा राज्य वन विभाग के पीसीसीएफ, एपीसीसीएफ, सीसीएफ, एसीएफ एवं रेंज अधिकारी कानपुर, बरेली, वाराणसी एवं लखनऊ और पिंजौर (हरियाणा) के संवर्धन प्रभाग के लगभग 25 प्रतिभागी सहभागिता कर रहे हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ. सविता, निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान ने कहा कि बीज किसी भी पौधरोपण कार्यक्रम का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि बीज प्रौद्योगिकी पर इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहद अहम हैं। वानिकी के महत्वपूर्ण अव्यव के रूप में बीज पर अपने विभाग की ओर से संबोधन में पवन कुमार, पीसीसीएफ, यूपीएसएफडी ने वन अनुसंधान संस्थान को इस बीज प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए धन्यवाद दिया। आरती चौधरी, प्रमुख संवर्धन प्रभाग, वन अनुसंधान संस्थान ने भी अपने विचार साझा किए।

इससे पूर्व डा. ओमबीर सिंह, पाठ्यक्रम समन्वयक ने एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि बीज प्रयोगशाला में प्रायोगिक प्रदर्शन देने पर अधिक जोर दिया जा रहा है। डॉ. मनीषा थपलियाल ने बीज प्रौद्योगिकी एवं टिस्यू कल्चर पर विभिन्न जानकारियां दीं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीज संरक्षण की तकनीकियों, बीज बोना, संरक्षण, सुप्तावस्था पूर्व उपचार, बीज भण्डारण, बीज प्रशिक्षण, बीज प्रभावीकरण सहित वानिकी प्रजातियों का गुणवत्तापूर्ण उत्पादन आदि विषयों पर भी प्रकाश डाला गया।

Key Words : Uttarakhand, Dehradun, FRI, Integral part of Seed technology, Plantation

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