हैल्प लाइनों की कार्यप्रणाली पर विशेषज्ञों ने किया मंथन
देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत विभिन्न विभागों द्वारा नगारिकों की शिकायतों, सहायता एवं सुझावों व उन पर क्रियान्वयन/निराकरण हेतु अलग-अलग हेल्पलाइन क्रियान्वित है। जिनके कार्यक्षेत्र एकांकीकरण एवं उनकी कार्य पद्धति की वजह से बहुत ही सीमित है। इन सभी हेल्पलाइनों को एकीकृत करने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेन्सी आईटीडीए, एवं एसईएमटी उत्तराखण्ड द्वारा एक कार्यशाला आयोजित की गयी। इस कार्यशाला का मुख्य एजेन्डा हेल्पलाइनो की कार्यपद्धति एवं उनसे जुड़ी हुई परेशानियों को रखा गया।
शनिवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित आईटी पार्क में आयोजित कार्यशाला में निदेशक, आईटीडीए अमित सिन्हा की अध्यक्षता में विषय के विभिन्न जानकारों ने प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यशाला में डॉ. नरेन्द्र सिंह, आईटी सलाहकार मुख्यमंत्री, निवेदिता कुकरेती, एसएसपी, देहरादून एवं मनीष कुमार एसटीपीआई भी उपस्थिति रहे। कार्यशाला का संचालन करते हुए रचित पाठक ने विभिन्न हेल्पलाईनों के बारे में जानकारी दी। आलोक तोमर ने नई हेल्पलाईन नं0 112 की रूपरेखा के बारे में मार्गदर्शन किया। अनूप नौटियाल ने इमरजेंसी 108 हैल्प लाइन के सम्बंध में महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। कार्यशाला में विभिन्न सरकारी एवं निजी हेल्पलाईन व कंपनियों के श्रोता एवं वक्ता मौजूद रहे।
आशुतोष पटसारिया ने भविष्य में इस प्रकार की अन्य कार्यशालाओं को आयोजित करने के बारे में जानकारी प्रदान की। हैड एसईएमटी अनिल ताडकोड ने कार्यशाला में मौजूद सभी प्रतिभागियों का आभार जताया।
ये हैं प्रमुख हैल्प लाइन नंबर :
उत्तराखंड हैल्पलाइन – 100
महिला हैल्पलाइन – 181
इमरजेंसी हैल्पलाइन – 108
वूमन एंड चाइल्डकेयर हैल्प लाइन – 1098
यूपीसीएल हैल्पलाइन – 1800-419-0405
थैफ्ट हैल्पलाइन – 1800-180-4185
मनरेगा हैल्पलाइन – 1800-180-3100
सीएससी हैल्पलाइन – 1800-3000-2300
ई-डिस्ट्रिक हैल्पलाइन- 1800-3000-2300