सूबे के दिव्यांगजनों में सशक्तिकरण की अलख जगाएगी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था सीबीएम
देहरादून। उत्तराखंड में दिव्यांगजों को स्वावलंबी और उन्हें अधिकार संपन्न बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्था सीबीएम सूबे की सरकार को सहयोग करेगी। संस्था के प्रतिनिधियों ने मुख्मंत्री से भेंट कर उन्हें अपनी योजना की जानकारी दी। सीबीएम ने राज्य की संजीवनी संस्था को धरातल पर कार्य करने के लिए चयनित किया है। हंस फाउंडेशन भी इस मुहिम में आर्थिक सहयोगी के रूप में अपना समर्थन प्रदान करेगी। 07 सितंबर, 2017 को ‘डिजिबिलिटी इन्क्लूजिव प्रमोशन आॅफ लाॅइवलीहुड इन द हिल्स’ कार्यक्रम को राज्य में लाॅंच किया जाएगा।
विश्व के कई देशों में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए कार्य कर रही अंतर्राष्ट्रीय संस्था सीबीएम के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात की। सूबे के विकलांगजनों को स्वावलंबी और अधिकार सम्पन्न बनाने को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को ‘डिजिबिलिटी इन्क्लूजिव प्रमोशन आॅफ लाॅइवलीहुड इन द हिल्स’ प्रोग्राम के बारे में विस्तार से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने सीबीएम की पहल को स्वागत योग्य बताते हुए इस कार्य में सहयोग के लिए सूबे में पहले से स्वास्थ्य कार्यों में सरकार का सहयोग कर रही हंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्वेता रावत का भी आभार जताया। बताते चलें कि श्वेता रावत का दिव्यांजनों के हितों की रक्षा के कार्य से गहरा लगाव रहा है।
सीबीएम के इंडिया काॅर्डिनेटर दिनेश राणा एवं एडवोकेसी लाइवलीहुड काॅर्डिनेटर उमेश बोड़ाई ने बताया कि सीबीएम का लक्ष्य सूबे में दिव्यांगजनों को स्वावलंबी और अधिकार सम्पन्न बनाना है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर दिव्यांजन को समाज में भेदभाव भरे लहजे से देखा जाता है। उनकी डिजिबिलिटी के आधार पर उन्हें इंस्ट्यिूसनल सर्विसेज प्रदान कर उनकी प्रतिभा को हाशिये पर पहुंचा दिया जाता है। जबकि सीबीएम की सोच यह है कि दिव्यांगजन जिस समुदाय में रहता है उसके जीवन को वहीं सार्थक और सामथ्र्यवान बनाया जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत 07 सितंबर, 2017 को ‘डिजीबिलिटी इन्क्लूजिव प्रमोशन आॅफ लाॅइवलीहुड इन द हिल्स’ कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए अपनी सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है।
प्रथम चरण में सूबे के चार स्थानों में संचालित होगा कार्यक्रम:
देहरादून। ‘डिजीबिलिटी इन्क्लूजिव प्रमोशन आॅफ लाॅइवलीहुड इन द हिल्स’ कार्यक्रम प्रथम चरण में सूबे के अल्मोड़ा जनपद के स्याल्दे एवं चैखटिया ब्लाॅक, रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ और देहरादून जिले के चकराता ब्लाॅक में संचालित किया जाएगा।
Key Words : Uttarakhand, Dehradun, CM, Disabled People, CBM, Empowerment