रिटायर्ड डॉक्टर दम्पत्ति के लिए वरदान साबित हुई सीएम ऐप
देहरादून। बेस अस्पताल श्रीनगर से रिटायर डॉ. केपी जोशी सीनियर फिजीशियन एवं उनकी पत्नी डॉ. सुषमा जोशी के लिए सीएम एप किसी वरदान की तरह साबित हुई है। सिस्टम की लेटलतीफी के चलते करीब तीन वर्ष बीत जाने पर भी डॉ. जोशी और उनकी पत्नी अपनी पेंशन को लेकर गुहार लगा रहे थे। आखिरकार उन्होंने मुख्यमंत्री के एप पर गुहार लगाई। शिकायत पर हुई त्वरित कार्यवाही पर उन्होंने सीएम का आभार जताया है।
डॉ. केपी जोशी ने बताया कि पेंशन तो दूर उनकी बची हुई 21 महीने की तनख्वाह भी नहीं मिल पाई थी। इसके लिए उन्होंने श्रीनगर बेस अस्पताल, स्वास्थ्य निदेशालय व शासन सभी जगह अर्जियां लगाई और पेंशन शुरू करने व बची हुई तनख्वाह दिलाने की गुजारिश की, लेकिन तीन साल के लम्बे वक्त में उन्हें निराशा ही हाथ लगी। तभी उन्हें किसी ने सीएम एप के बारे में बताया और सुझाव दिया। सिस्टम से विश्वास खो चुके डॉ. जोशी के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब एप पर शिकायत दर्ज कराने के 24 घंटे के भीतर ही उनसे सीएम कार्यालय से सम्पर्क साधा और 72 घंटों में मामले में कार्यवाही की गई। अब उनकी अवशेष तनख्वाह मिलने के साथ ही उनकी पेंशन भी शुरू हो गई है।
डॉ. केपी जोशी की पत्नी डॉ. सुषमा जोशी दून अस्पताल में वरिष्ठ पेथोलॉजिस्ट थीं। वे भी वे दिसम्बर 2015 में रिटायर हो गई थीं। डॉ. सुषमा जोशी ने बताया कि ढाई साल तक निदेशालय के चक्कर लगाती रहीं उन्हें अपनी पेंशन के लिए काफी चक्कर लगाने पड़ रहे थे। इस पर उन्होंने भी सीएम एप पर ऑनलाईन शिकायत दर्ज कराई और अब उनकी पेंशन भी शुरू हो गई है।