रोजगार : फूट मसाज को आय का जरिया बनाने का प्रयास
डीबीएल संवाददाता / देहरादून
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से चारधाम यात्रा और चयनित ट्रेकिंग ट्रेक्शन सेंटर में फूट मसाज को आय का जरिया बनाने की पहल की है। यमुनोत्री और रुद्रप्रयाग में स्थानीय लोगों को रिफ्लेक्सोलॉजी (पैरों की थेरपी) का विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि यमनोत्री और केदारनाथ धाम के पट खुलने पर रिफ्लेक्सोलॉजी के माध्यम से स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार की अपार संभावनाऐं हैं। यह पहल यमुुनोत्री धाम, केदारनाथ धाम समेत ट्रेकिंग में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए फूट मसाज लाभकारी सिद्ध होगी। यह निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जम्मू, कटरा के चार विशेषज्ञ दे रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में करीब 75 से अधिक स्थानीय निवासियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि रिफ्लेक्सोलॉजी एक प्राचीन चिकित्सा विधि है। लम्बे ट्रैकों पर जाने वाले पयर्टकों को पैरों की मालिश करने से थकान में राहत मिलेगी तथा उनके सम्पूर्ण शरीर में नई ऊर्जा का संचार होगा।
यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि रिफ्लेक्सोलॉजी से पहाड़ों पर चलते हुए बहुत राहत मिलेगी। दुनिया भर में बड़ी संख्या में रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट इस तरह की सुविधा दे रहे हैं।