बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का स्वास्थ्य महानिदेशालय पर प्रदर्शन
देहरादून। उत्तराखण्ड मे जर्जर पडी स्वास्थ्य सेवाओं और दो दिन पूर्व देहरादून के दून महिला अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण हुई जचा-बच्चा की मृत्यु के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक कार्यालय में जबरदस्त प्रदर्शन किया व महानिदेश्क की अनुपस्थिति में स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात अतिरिक्त निदेशक सुमन आर्या को ज्ञापन सौंपा।
शनिवार को बड़ी संख्या में कांग्रेसी उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना के नेतृत्व में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय पहुंचे। कांग्रेसजनों ने राज्य की जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग व दो दिन पूर्व महिला चिकित्सालय में घटित घटना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य महानिदेशक डाॅ. टीसी पंत की अनुपस्थिति में महानिदेशालय में मौजूद अपर निदेशक सुमन आर्या ने कांग्रेस नेताओं का ज्ञापन लिया। धस्माना ने आर्या से रोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में दूर दराज के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का अंदाजा इस बात से लागाया जा सकता है कि दून महिला चिकित्सालय में इलाज में लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा की मृत्यु हो गई और दूसरी मरीज के गर्व में बच्चे की मौत के बाबजूद महिला का इलाज अस्पताल नहीं कर पाया।
धस्माना ने कहा कि स्वास्थ्य महानिदेशालय में पिछले सात माह से 61 एम्बुलेंस खडी हैं जिनमें जंक लग चुका है किन्तु उनमें आवश्यक साजो सामान न लगने से उनका संचालन नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि आज पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की जो बदहाली है उसके लिए स्वास्थ्य विभाग व स्वास्थ्य मंत्रालय जिम्मेदार है।
महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि दून अस्पताल को मेडिकल काॅलेज से अलग कर फिर से जिला अस्पताल का दर्जा दिया जाए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 10 दिनों में स्वास्थ्य सेवाओं सुधार नहीं दिखा तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन के लिए मजबूर हो जाऐगी।
प्रदर्शन में करने वालों में महेश जोशी, देवेन्द्र बुटोला, कमलेश रमन,राजेश चमोली, मीना रावत, सुमित्रा ध्यानी, रीना सिंघल, चन्द्रकला नेगी,सुनित राठौर, अनुज शर्मा, बसन्त पंत, अरुण उनियाल, आदर्श, आदि मौजूद थे।