उत्तराखंड
उत्तरकाशी में बारिश की भेंट चढ़ गई किसानों की मेहनत
दिलीप कुमार
उत्तरकाशी। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान की खबरें मिल रही हैं।सूबे में कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त होने के चलते आवागमन भी ठप हो गया है। उत्तरकाशी जिले के धारी कफनौल क्षेत्र में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं। साल भर की मेहनत के मिट्टी में मिल जाने पर आहत किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग उठाई है।
बीते शुक्रवार की शाम से उत्तरकाशी जिले में भीषण बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। मई के अंतिम सप्ताह में हो रही बारिश से जहां चारधाम यात्रा के दौरान मिलने वाले स्थानीय लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है वहीं सबसे ज्यादा नुकसान किसानों की मेहनत को हुआ है। लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से पहले से ही जर्ज्जर हालत में क्षेत्र की कई सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं।
बजलाड़ी गांव के रमेश चन्द्र इंदवाण का कहना है कि तेज बारिश के चलते बजलाड़ी-खावला मोटर मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। बजलाड़ी, पमाड़ी वर्नी क्षेत्र में सिंचाई नहरों को भी नुकसान पहुंचा है। उनका कहना है कि इस आसमानी आफत से क्षेत्र के किसानों का चौतरफा नुकसान हुआ है।
खेती से अपनी आजीविका चलाने वाले संतराम, विजयपाल, जपेन्द्र सिंह, जगत लाल, दिनेश प्रसाद आदि ने बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से मुआवजा देने की गुहार लगाई है।
ये फसलें हुई चौपट :
धान, मंडवा, मक्का, टमाटर, पूलम, आड़ू, नाशपाती, चूलू, खुमानी, सेब आदि।
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