ग्राम सेवकों की मांगों को भी सुन लो सरकार ! पुलिस ने रोका तो सड़क पर ही बैठ कर लगाई गुहार
देहरादून/डीबीएल संवाददाता। राजधानी देहरादून में सोमवार को ग्राम रोजगार सेवक संगठन ने अपनी मांगों को लेकर धरना स्थल परेड ग्राउंड में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने के बाद सचिवालय कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। संगठन ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों को हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर 1900 ग्रेड पे लागू किया जाये।
ग्राम रोजगार सेवक संगठन का कहना है कि महात्मा गांधी नरेगा में विगत 12 वर्षो से कार्य कर रहे ग्राम रोजगार सेवक प्रदेश भर में योजना का सफल संचालन करते हुये, बिषम भौगोलिक परिस्थिति वाले ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैें परन्तु इतने वर्षो बाद भी ग्राम रोजगार सेवक अल्प मानदेय पर अपना जीवन यापन करने पर मजबूर हैं जिस कारण प्रदेश भर के ग्राम रोजगार सेवक आर्थिक एवं मानसिक रूप से कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं। उन्होने कहा कि अपने पडोसी राज्य हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ग्राम रोजगार सेवकों को समायोजित कर ग्रेड वेतन का लाभ दिया जाये, ताकि प्रदेश भर में कार्यरत ग्राम रोजगार सेवकों का भविष्य सुरक्षित हो सके। 1900 ग्रेड पे लागू करने को लेकर ग्राम रोजगार सेवक संगठन ने अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद नौटियाल के नेतृत्व में धरना स्थल पर नारेबाजी कर सचिवालय कूच किया। जिस पर पुलिस ने उन्हे धरना स्थल परेड ग्राउंड में ही बेरिकेड लगाकर रोक दिया। इसके साथ ही रोजगार सेवकों की पुलिस के साथ नोक-झोेक भी हुई और पुलिस ने उन्हें आगे नही बढने दिया, जिस पर रोजगार सेवक वही सडक पर बैठकर नारेबाजी करने लगे और सरकार के खिलाफ कडी नाराजगी जाहिर की।
प्रदर्शन करने वालों में संगठन के राजेन्द्र प्रसाद नौटियाल, सुन्दरमणी सेमवाल, रमेश गडिया, यशपाल आर्य, देवेन्द्र सिंह शमीम बेग, मनमोहन सिंह रावत, विकास बडोनी, कैलाश चन्द आदि उपस्थि रहे।