केन्द्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजे जाएंगे रुद्रप्रयाग के उप निरीक्षक जहांगीर अली
डीबीएल संवाददाता/देहरादून। अपराध करके अपराधी कितना भी कानून से बचने की कोशिश करे लेकिन बुरे का अंजाम बुरा ही होता है। रुद्रप्रयाग थाने के उपनिरीक्षक जहांगीर अली ने महिला की हत्या व लूट की घटना का न सिर्फ खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही उन्होंने आरोपियों को सजा भी दिलवाई।
07 अप्रैल, 2017 को जनपद रुद्रप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत राजस्व क्षेत्र कोटबांगर में सरोजनी की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या कर शव को जलाने एवं मकान के पीछे गड्ढ़े में दबाने की घटना घटित हुई थी। राजस्व क्षेत्र होने के बावजूद इसकी विवेचना पुलिस को दी गयी। जिस सम्बन्ध में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना उपनिरीक्षक जहांगीर अली के सुपुर्द हुई। घटना का कोई चश्मदीद गवाह और घटनास्थल से कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध न होने के बावजूद उपनिरीक्षक जहांगीर अली द्वारा अपने मुखबिर इलेक्ट्राॅनिक सर्विलांस वैज्ञानिक तथ्यों का प्रयोग करते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध निर्धारित समय के अन्दर चार्जशीट माननीय न्यायालय में दाखिल की गयी।
माननीय न्यायालय अतिरिक्त सत्र न्यायधीश जनपद रुद्रप्रयाग ने अपराध को विरल से विरलतम श्रेणी का अपराध मानते हुए दोनों मुख्य आरोपियों मुकेश थपलियाल व सत्येश कुमार उर्फ सोनू को फांसी की सजा के आदेश दिए हैं। मामले में लूट का सामान खरीदने वाले सुनारों को 03 वर्ष के कठोर कारावास से दण्डित किया गया।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उपनिरीक्षक जहांगीर अली को उत्कृष्ट विवेचना किये जाने के लिए ’’अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु केन्द्रीय गृहमंत्री पदक’’ से सम्मानित किये जाने की घोषण की गयी है। पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड अनिल के रतूड़ी, और महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, अशोक कुमार, ने उपनिरीक्षक जहांगीर अली को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी है।