दून में ‘‘अकेलेपन’’ से निराश लोगों के लिए रूलक संस्था की नायाब पहल
‘‘वो यादें वो मुलाकातें, वो गपशप वो ठहाके
जब भी मिलते थे यारों से, जी उठती थी जिंदगी
आज भी वहीं नजारे हैं…………लेकिन
सारे अफसाने अब यादों के हवाले हैं !! ’’
देहरादून। दून की रूरल लिटिगेशन एण्ड एन्टाईटलमेंट केन्द्र (रूलक) संस्था ने जिंदगी के सफर में अकेलेपन की गिरफ्त में आ चुके लोगों के लिए एक नायाब पहल शुरू करने की घोषणा की है। संस्था का कहना है कि देहरादून में ऐसे बहुत से लोग हैं जो अकेले ही जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसे लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव साफतौर पर देखा जा सकता है। यही नहीं अकेलापन अपने साथ कई बीमारियों को भी न्यौता देता है। संस्था के अनुसार ब्रिटिश और भूटान जैसे देशों में वहां की सरकार ने अकेले जीवन काट रहे लोगों के लिए अलग से मंत्रालय बनाकर उन्हें विभिन्न गतिविधियों से जोड़े रखने का प्रयास किया जाता है जिससे वह देश के स्वस्थ नागरिक कहे जा सकें।
अकेलेपन को दूर करने के लिए रूलक ने ऐसे लागों के लिए हर शनिवार ‘खुला दिवस’ मनाये जाने की घोषणा की है। अकेलेपन में रहने वाले एवं अकेलापन महसूस करने वाले लोग रूलक संस्था 68/1 सूर्यलोक कॉलोनी, राजपुर रोड देहरादून में आकर विभिन्न गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
संस्था की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी भी जाति एवं आयु वर्ग के महिला या पुरूष संस्था के अध्यक्ष पदम्श्री अवधेश कौशल के मोबाइल नंबर 9358101392 एवं email- rlek.org@gmail.com पर सम्पर्क कर सकते हैं। शूक्ष्म जलपान की व्यवस्था भी संस्था की ओर से हर शनिवार की जाएगी।
Key Words : Uttarakhand, Dehradun, loneliness, Nayab initiatives