उत्तराखंड

रुद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान में रुद्रनाथ महोत्सव सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ सम्पन्न

रुद्रप्रयाग। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य और यूथ फाउंडेशन के संस्थापक कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि युवाओं के जज्बे, समर्पण और हौसले के कारण केदारनाथ का पुनर्निर्माण हो पाया है। हमें युवाओं की ऊर्जा का इस्तेमाल सही दिशा में करना है। कर्नल कोठियाल रुद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान में आयोजित रुद्रनाथ महोत्सव के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।

कर्नल कोठियाल ने कहा कि उत्तराखंड का युवा पूरे प्रदेश की तस्वीर बदल सकता है। भटके हुए युवाओं को रास्ता दिखाने की आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित लोगों के बीच अपने बचपन की भी यादें ताजी की। साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध में गढ़वाल रायफल के योगदान के बारे में बताया। यूथ फाउंडेशन के संस्थापक ने कहा कि सेना में युवाओं को भर्ती कराने के लिए यूथ फाउंडेशन प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भर्ती कैंप संचालित कर रहा है। सेना के प्रति युवाओं का उत्साह हम सभी के अंदर भी जोश पैदा करता है। युवा पीढ़ी देश की रक्षा के लिए सेना में भर्ती होना चाहता है। मेले की सफलता के लिए कर्नल कोठियाल ने आयोजक मंडल को बधाई दी।

पूर्व विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि कर्नल कोठियाल की जिजीविषा के कारण ही आज केदारनाथ संवर रहा है। विषम परिस्थितियों के बावजूद केदारनाथ में निम की टीम पुनर्निर्माण के काम में जुटी हुई है। केन्द्रीय विवि श्रीनगर के छात्र संघ अध्यक्ष प्रदीप पंवार ने कहा कि मेलों के आयोजनों से स्थानीय कलाकारों को मंच मिलता है। मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुये आभार जताया। पालिका अध्यक्ष ने पांच दिवसीय मेले में जनता से मिले सहयोग के लिये खुशी जताते हुये आभार जताया। इससे पूर्व मेले में प्रसिद्ध लोकगायक अनिल बिष्ट के गानों का जादू चला। चैत की चैत्वाल्या गाने पर दर्शक पांडाल में ही झूमने को मजबूर हो गये। उसके बाद उन्होंने सुनीता रेश्मी बांद हाई तेरू मिजाज, चल हे भानुमति पाबौ बाजार आदि गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। पन्नू गुसाईं ने भी दर्शकों का खूब मंनोरंजन किया।

इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल, सभासद दिपांशु भटट, संतोष रावत, अजय झिंक्वाण, अधिशासी अधिकारी डीएस राणा सहित अन्य मौजूद थे। कार्यक्रम का सफल संचालन ओमप्रकाश सेमवाल और अरूण प्रकाश वाजपेयी ने संयुक्त रूप से किया।

Key Words : Uttarakhand, Rudraprayag, Rudranath, Cultural Exhibitions, Gulabarai Ground

 

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