दून के स्कूली छात्र अद्वैत और स्मृति ने फतह की माउंट किलिमंजारो पीक
देहरादून। देहरादून स्थित सेलाकुई इंटननेशनल स्कूल के स्कूली छात्रों ने अफ्रीका के सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करने में सफलता हासिल की है। इस उपलब्धि को हासिल कर ये छात्र माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए हैं।
उत्तर-पूर्वी तंजानिया स्थित किलिमंजारो पर्वत अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बड़ा पर्वत है और विश्व का सबसे ऊंचा एकल पर्वत है। साथ ही यह सेवेन समिट्स का 5895 मीटर ऊंचाई वाला चैथा सबसे ऊंचा पर्वत भी है। किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई के लिए सेलाकुई इंटननेशनल स्कूल के देवरात बडोनी और दीया बजाज द्वारा अनुरक्षित सात छात्रों की एक टीम जिसमें स्मृति गर्ग, प्रणजाल वसन, राहुल, आयुष पांडेद्व ओन्कर हंस और क्षितिज कौशिक सहित 28 सितंबर, 2018 को स्कूल परिसर से अपनी यात्रा शुरू की थी।
टीम के सदस्यों की औसत आयु 15 वर्ष है। बेहद मुश्किल परिस्थितियों और चुनौतियों से मुकाबला करते हुए अद्वैत और स्मृति ने चार अक्टूबर को चोटी के शीर्ष पर पहुंचने में सफलता हासिल की। अद्वैत पर्वतारोहण के क्षेत्र में कॅरियर बनाना चाहते हैं।