पिरान कलियर दरगाह में तबर्रुक के बंद होने के आसार
कलियर। पिरान कलियर प्रबंधन इन दिनों वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है। एक माह पूर्व रिटायर हो चुके वक्फ बोर्ड के सीईओ अहमद अली के बाद किसी को दरगाह के वित्तीय अधिकार न दिये जाने से दरगाह खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। यही वजह है कि दरगाह में भूखे लोगों को खिलाये जाने वाले खाने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो सामान उपलब्ध कराने वाले दुकानदारों के हाथ खड़े करने से हालात खराब होते जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कि पिरान कलियर में अगर जल्द ही किसी पदाधिकारी को वित्तीय अधिकार न सौंपे गये तो हर रोज मिलने वाली तबर्रुक बन्द हो सकती है। दरगाह प्रशासन ने जिलाधिकारी से किसी को वित्तीय अधिकार देने का अनुरोध किया था जिस पर डीएम ने एडीएम को मौखिक तौर पर अधिकृत कर दिया था लेकिन उन्हें अभी तक लिखित अधिकार न दिये जाने से तबर्रुक के सुचारु संचालन में दिक्कत खडी होने लगी है।
दरगाह प्रबन्धन ने एक बार पुनः डीएम हरिद्वार से किसी अधिकारी को वित्तीय अधिकार देने की अपील की है ताकि रोजमर्रा के खर्च में बाधा न आये। जानकारों का कहना है कि तबर्रुक के लिये प्रतिदिन बीस हजार रुपये का राशन आता है। मगर पिछला भुगतान न होने से राशन सप्लाई करने वाले दुकानदारों ने हाथ खडे़ कर दिये हैं जिससे सदियों से निरन्तर चल रहे तबर्रुक के संचालन के बंद होने का खतरा पैदा हो गया है।
Key Words : Uttarakhand, Kaliyar, Tabarruq’s, Administration, DM