उत्तराखंड संवैधानिक संरक्षण मंच ने लगाया ग्रामीणों के शोषण का आरोप
विकासनगर। उत्तराखंड संवैधानिक संरक्षण मंच की तीन स्थानों ढलानी, मलेथा व खादर बस्ती में आयोजित बैठकों में सैंकड़ों लोगों ने मंच की सदस्यता ग्रहण की।
सोमवार को उत्तराखंड संवैधानिक संरक्षण मंच की मलेथा में आयोजित बैठक में बोलते हुए मंच संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद ग्रामीणों की तरफ मुड़कर न देखने वाले विधायक सत्ता के लालची हैं, जनप्रतिनिधि नहीं है। ग्रामीणों के स्वास्थ्य, शिक्षा, हक हकूक की लकड़ी और माफियाओ से मुक्ति की जंग मंच लड़ रहा है। ढलानी बैठक में आरोप लगाया कि ग्रामीणों का शोषण राजनेता और माफियाओं की जुगल बंदी से हो रहा है। मंच के कार्यकर्ता निपटेंगे। खादर बस्ती में मंच कार्यकर्ताओं ने कहा कि स्थानीय विधायक मुन्ना चैहान द्वारा बस्ती को उजाड़ने की साजिश किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने दी जाएगी।
मंच के महासचिव भास्कर चुग ने कहा कि एक तरफ मोदी 2022 तक सब को घर देने का वादा कर रहे हैं वहीं उनकी पार्टी के विधायक और चेयरमैन बसे बसाए लोगों को उजाड़ने की साजिश कर रहे हैं। मंच के सह प्रवक्ता अरविंद शर्मा ने कहा कि भाजपा के लोग नगरपालिका की सीमा विस्तार की साजिश कर भूमाफियाओ के हाथों की कटपुतली बन चुके हैं। सीलिंग की भूमि और कृषि भूमि पर माफियाओं की निगाह है।
इस अवसर संदीप पाल, एसबी शाही, निजामुद्दीन, कपिल, मनोज चैधरी, नरेश, दिनेश, राजेश कुमार, अमर सिंह, अफजल बेग, शाईस्ता, शशि, विक्रम डिमरी आदि शामिल थे।
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