शिक्षा और रोजगार
उत्तराखंड को 2019 तक पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य
देहरादून। सरकारी स्कूल अब निरक्षर बच्चों को साक्षर बनाने का काम भी करेंगे। इन स्कूलों में प्रत्येक स्कूल पर हर महीने निर्धारित बच्चों को शिक्षित करने का जिम्मा होगा। ज्यादा से ज्यादा बच्चों को साक्षर करने वाले स्कूलों को पुरस्कार भी दिया जाएगा। राज्य के विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। इस निर्देश में प्रदेश को साल 2019 तक पूरी तरह से साक्षर बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है।
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक ने निर्देश दिए हैं कि सभी शिक्षण संस्थानों को इसमें योजनाबद्ध ढंग से सहयोग करना है। जिसके लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य छात्र-छात्राओं एवं पीटीए के सहयोग से आसपास के निरक्षर व्यक्तियों को सूचीबद्ध किया जाएगा। स्कूलों के प्रधानाचार्यों को एक महीने में आसपास के कम से कम चार लोगों को अपने विद्यालय बुलाना होगा और उन्हें साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित करना होगा। इसमें स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी खाली समय में मदद करेंगे। लोगों को साक्षर बनाने के बाद इनकी सूचना खंड शिक्षाधिकारी के माध्यम से इसकी सूचना जिला साक्षरता कार्यालय को भेजी जाएगी।
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