आईबीआर कॉन्वोकेशन में विभूतियों का किया सम्मान
डीबीएल संवाददाता / देहरादून।
आईबीआर कॉन्वोकेशन समारोह में रिकॉर्ड धारक विभूतियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान कीर्तिमान स्थापित करने वाले लोगों को आईबीआर कार्यालय का भ्रमण कराया गया जहां धारकों ने अपनी-अपनी दास्तान साझा कीं।
आईबीआर कॉन्वोकेशन में रिकार्ड बनाने वालों में पुणे, महाराष्ट्र के मंदार मधुकर तम्हणकर ने ऑस्ट्रेलिया में 28 दिनों में 19,650 किमी दूरी तय करके रिकॉर्ड बनाया। तिरुपुर, तमिलनाडु के वी. कविना ने तमिल गीत थिरुप्पुगाज की 24 पंक्तियां गाकर सुनाईं। चेन्नई के पीटी मिथ्रान देव ने अपनी तेज याददाश्त का परिचय दिया। हैदराबाद के डॉ. संतोष कुमार गुप्ता को 37 मेडिकल कोडिंग और बिलिंग पाठ्यक्रमों में प्रमाणित किया गया। तेलंगाना के निजामाबाद की रावुतला आरोही श्रेयाश्री और जम्मू के नील बजाज ने अपने तीव्र स्मृति कौशल का प्रदर्शन किया। सूर्यांश सिंह ने अपनी लेखन कला का परिचय दिया। वारंगल, तेलंगाना के केए घोष हैदर ने 830 गीत गाए, जबकि जयपुर की जोशिता शर्मा ने भारत के राष्ट्रीय प्रतीक की एक विशाल प्रतिकृति बनाई। कोलकाता के अभिराज शी और नील सिवाल ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से मान्यता पाने के लिए अपने प्रभावशाली प्रदर्शन का प्रदर्शन किया।
इन रिकार्ड धारकों को किया गया सम्मानित:
मंदार मधुकर तम्हनकर, वी कविना, पीटी मिथ्रान देव, डॉ. संतोष कुमार गुप्ता, रावुतला आरोही श्रेयाश्री, नील बजाज, अनुराग पलेई, एस वर्षा, इनायतुल्ला आयत मुलानी, अंश राहुल कंचन, देबज्योति बंद्योपाध्याय, धित्य प्रवीण, शारवी आर शेट्टी, रायना एच. मेघानी, सूर्यांश सिंह, केए गौस हैदर, जोशिता शर्मा, अभिराज शी और नील सिवाल।